किसी भी देश का विकास अधूरा है अगर उस देश की महिला बेरोजगार है इसलिए देश के विकास , नारी सशक्तिकरण और उनके उज्जवल भविष्य के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है और महिलाएं भी स्वावलंबन चाहती हैं अब तो महिलाएं स्वावलंबन के कई नए-नए तरीके निकाल रहीं है और इन्हीं तरीके के लिए सरकार लोन की सुविधा दे रही है तो आईए जानते हैं कि महिला लोन कैसे ले सकती है और कितना ब्याज देना पड़ता है इससे जुड़ी पूरी जानकारी आपको इस आर्टिकल में मिलने वाला है.
स्वर्णिम योजना के बारे में
सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के द्वारा भारत के सभी उद्यमी महिलाओं को 2 लाख रुपए की लोन देती है इसके तहत महिलाओं को सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा प्रधान की जाती है इस योजना की शुरुआत राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग वित्त व विकास निगम द्वारा की गई है जबकि राज्य चैनलाइजिंग एजेंसी के द्वारा संचालित की जाती है जो एक नोडल एजेंसी के रूप में काम करती है.
बता दे कि इस योजना के तहत महिला केवल व्यापार करने के लिए लोन ले सकती है अन्य किसी कार्यों के लिए लोन पास नहीं होगी.
स्वर्णिम योजना का फायदा
- स्वर्णिम योजना के अंतर्गत व्यापार शुरू करने के लिए ₹200000 की राशि मिल रही है और 5% प्रति वर्ष का सब्सिडी भी मिलेगा.
- इसके साथ उद्यमी महिला अगर 200000 लोन लेती है तो घर से 1 रुपए भी राशि निवेश करने की जरूरत नहीं है.
स्वर्णिम योजना का पात्रता
- आवेदक महिला होना अनिवार्य है.
- आवेदक उद्यमी होना चाहिए.
- आवेदक की कुल वार्षिक परिवार की आई प्रति वर्ष न्यूनतम तीन लाख की होनी चाहिए.
- आवेदक का उम्र 18 से 55 वर्ष का होना जरूरी है.
जरूरी दस्तावेज
- राशनकार्ड
- पहचान प्रमाण पत्र
- आधारकार्ड
- आवेदक का पासपोर्ट साइज फोटो
- अधिवास प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र (केवल आरक्षित वर्गों के लिए)
पूछा जाने वाला सवाल
स्वर्णिम योजना के अंतर्गत ऋण की अधिकतम सीमा क्या है?
योर नेम योजना के तहाटलिन की अधिकतम सीमा 55 वर्ष है.
स्वर्णिम योजना में कौन पात्र है?
महिला.
स्वर्णिम योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करें?
स्वर्णिम योजना के लिए ऑनलाइन सुविधा नहीं दी गई है आपको ऑफलाइन आवेदन करना होगा.